नई दिल्ली/लखनऊ/स्टारलोकप्रवाह, चुनाव प्रचार के दौरान यूपी मंे बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा बनकर उभरा था। विपक्ष इसी मुद्दे के जरिए योगी सरकार को घेरने का प्रयास कर रही थी लेकिन विफल रही। वहीं अब जब योगी आदित्यनाथ की प्रदेश में दुबारा सरकार बन गई है तो वह इस मुद्दे को लेकर गंभीर नजर आ रहे हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में श्रम एवं सेवायोजन विभाग 90 रोजगार मेलों के माध्यम से 25000 बेरोजगार अभ्यर्थियों को निजी क्षेत्र में नियोजित करेगा। वहीं 600 करियर काउंसिलिंग कार्यक्रमों के माध्यम से 50,000 प्रतिभागियों को काउंसिलिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
श्रम एवं सेवायोजन विभाग आगामी 100 दिनों की अवधि में 4000 कुशल कामगारों का सेवामित्र पोर्टल पर पंजीकरण कराया जाएगा और 1350 नागरिकों को घरेलू सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। बंधुआ मजदूरों को चिन्हित करने के लिए आनलाइन ट्रैकिंग प्रणाली विकसित की जाएगी।
More Stories
नवजोत सिंह सिद्धू को जेल
सात दशक के बाद बैडमिंटन में भारत ने रचा इतिहास
साहित्य हमेशा राजनीति का मार्गदर्शक रहा है, पर आज बिल्कुल उलट है, यह स्थिति खतरनाक है : डॉ त्रिपाठी